मधुरिका देवी दासी (इस्कॉन)
Image via: Madhurika.dasi/Instagram |
अगर आप मधुरिका देवी दासी के बारे में जानने के लिए इस वेबसाइट पर आए है तो इस का मतलब यह है की आपने यूट्यूब पर मधुरिका देवी दासी का "हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे" कीर्तन जरूर सुना होगा क्योंकि उसी वायरल कीर्तन के कारण ही लोग मधुरिका देवी दासी से प्रभावित हुए है और उनके बारे में ज्यादा जानना चाहते है।
फिलहाल मधुरिका देवी दासी के बारे में इंटरनेट पर बहुत ही सीमित जानकारी उपलब्ध है और इसी कारण से हम इस आर्टिकल में मधुरिका देवी दासी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी शेयर नही कर पाए है लेकिन जितनी जानकारी हमने इंटरनेट से इकट्ठा की है उस जानकारी के बिनाह पर हम आपको मधुरिका देवी दासी के बारे में बेसिक जानकारी बताएंगे।
मधुरिका देवी दासी विश्व प्रसिद्ध संस्था इस्कॉन की सदस्य है। अगर आप इस्कॉन के बारे में नहीं जानते तो हम आपको बतादें की इस्कॉन एक हिंदू धार्मिक संगठन है जिसकी स्थापना 1966 में अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में की थी। फिलहाल इसकी कोई जानकारी मौजूद नहीं है की मधुरिका देवी दासी इस्कॉन में कब जुड़ी लेकिन "iskcondesiretree" वेबसाइट के एक आर्टिकल से हमे यह पता चलता है की मधुरिका देवी दासी ने 6 साल की आयु में मायापुर में आयोजित किए गए कीर्तन मेला आयोजन में मंत्रोच्चारण किया था, जिसका मतलब यह है की मधुरिका देवी दासी इस्कॉन से बहुत कम आयु में ही जुड़ चुकी थी।
मधुरिका देवी दासी की आवाज बहुत ही सुरीली है और इसी कारण से वह मंत्रमुग्ध कर देने वाले भगवान कृष्ण के कीर्तनो के जरिए भगवान कृष्ण और इस्कॉन संस्था का प्रचार करने का कार्य करती है।
मधुरिका देवी दासी का इंस्टाग्राम पर एक अकाउंट भी बना हुआ है जिसे फिलहाल 15 हजार से ज्यादा लोगो ने फॉलो किया हुआ है, हालांकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है की वह अकाउंट उन्ही का है या फिर किसी और ने बनाया हुआ है।
यह थी जानकारी इस्कॉन संस्था की सदस्य मधुरिका देवी दासी की।
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