Thugs फिल्म रिव्यू: टाइम पास करने के लिए बेहतरीन
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फिलहाल इंडिया में Jio Cinema बहुत ही ज्यादा धमाल मचा रहा है क्योंकि Jio Cinema में तेजी से नए-नए हिंदी और इंग्लिश कंटेंट जुड़ रहे है। हिंदी और इंग्लिश के अलावा अब Jio Cinema में साउथ इंडियन कंटेंट भी आना चालू हो चुका है जैसे की तमिल फिल्म Thugs।
Thugs एक तमिल फिल्म है जिसे Jio Cinema में तमिल के साथ साथ हिंदी में भी रिलीज किया गया है। Thugs एक एक्शन ड्रामा फिल्म है जिसे बृंदा ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म की मुख्य भूमिका में हृद्यु हारुन, बॉबी सिम्हा, मुनीशकांत, और आर के सुरेश नजर आते है।
अगर बात करें फिल्म की कहानी की तो इस फिल्म में कुछ कैदी दिखाए गए हैं जो जेल तोड़कर भागने का प्लान बनाते है, अब क्या वो जेल से भाग पाएंगे या नहीं, यह जानने के लिए आपको यह फिल्म देखनी पड़ेगी जिसकी लंबाई तकरीबन 1 घंटे 46 मिनिट है।
जेल तोड़कर भागने के प्लान पर अबतक कई फिल्म बन चुकी है यानी की इस फिल्म की कहानी कोई नई नहीं है लेकिन जिस प्रकार Thugs फिल्म में इस कहानी को हमारे सामने रखा गया है वह काबिले तारीफ है। फिल्म मे जब किरदार जेल से बाहर निकलने का प्लान बनाते हैं और फिर उस प्लान पर अमल करने की कोशिश करते हैं वह देखना काफी थ्रिलिंग और मजेदार है। फिल्म में जेल के वातावरण को बहुत ही अच्छी तरीके से दिखाया गया है और रियलिटी के बहुत ही करीब रखा गया है। इस फिल्म की पेस काफी तेज है जिस कारण से आपको बोर होने का बिल्कुल भी समय नहीं मिलता।
इस फिल्म में आपको किरदारों के ब्लैक, ग्रे और व्हाइट तीनो शेड देखने को मिलेंगे, उसके अलावा किरदारों में एक गहराई भी देखने को मिलेगी जिस वजह से हम किरदारों से बहुत अच्छी तरह जुड़ पाते हैं।
अगर बात करें फिल्म की सिनेमैटोग्राफी की तो इस फिल्म की सिनेमैटोग्राफी काफी अच्छी है लेकिन कुछ कुछ जगह पर फ्रेम को बिना मतलब के हिलाया गया है। अगर हम बात करें बीजीएम की तो इस फिल्म का बीजीएम काफी अच्छा है और सीन में जान फूकने का काम करता है।
फिल्म के सारे सकारात्मक पहलुओं के बारे में बात करने के बाद अब हम फिल्म के नकारात्मक पहलुओं पर भी बात कर लेते हैं।
फिल्म का सबसे पहला नकारात्मक पहलू इसके एक्शन सीन है जोकि बहुत ही ज्यादा ओवर-द-टॉप है। एक्शन सीन दिखने में बहुत ही नकली और खराब लगते है जिस कारण से फिल्म को देखने का मजा किरकिरा हो जाता है।
फिल्म का दूसरा नकारात्मक पॉइंट इसके डायलॉग है जोकि बहुत ही औसत है और हमारा ध्यान खींचने में नाकामयाब होते है।
कुल मिलाकर Thugs एक ऐसी फिल्म है जिसे टाइम पास के लिए एक बार देखा जा सकता है। अगर बात करें पैरेंटल गाइडलाइन की तो इस फिल्म में कोई भी न्यूडिटी के सीन देखने को नहीं मिलते।